क्या आप भी सच मानती हैं वेट लॉस से जुड़े हुए ये झूठ?


Yashasvi Yadav
2023-03-16,21:38 IST
www.herzindagi.com

    आज हम आपको वेट लॉस करने के कुछ ऐसे तरीकों के बारे में बताएंगे, जिस पर विश्‍वास तो लगभग सभी करते हैं, मगर वह वेट लॉस से जुड़े हुए झूठ हैं।

ज्‍यादा एक्‍सरसाइज करें

    कई लोगों का मानना है कि जिम में जितना वक्‍त वर्कआउट करते बीतेगा उतना ही वेट लूज होगा। इसलिए कई लोग 2 घंटे तो कई 4 घंटे तक जिम में एक्‍सरसाइज करते हैं। मगर, सही मायने में वर्कआउट केवल 15 से 30 मिनट तक ही करना चाहिए। ज्‍यादा वर्कआउट करने से मसल्‍स को लॉस होता है।

लो कार्ब्‍स डाइट

    वेट लॉस के लिए लो-कार्ब्‍स डाइट बेहद फायदेमंद होती है मगर लॉन्‍ग-टर्म में सेहत के लिए इसके बहुत सारे नुकसान भी होते हैं। इस तरह की डाइट लेने से कई लोगों में एनर्जी कम हो जाती है। इस बात को ध्‍यान रखें कि लो-कार्ब डाइट से ज्‍यादा अच्‍छा है कि आप लो-फैट डाइट और लो-प्रोटीन डाइट ट्राए करें।

6 बजे के बाद न खाएं

    हम सब ही यह सुन चुके हैं कि ब्रेकफास्‍ट हमेशा किंग साइज करना चाहिए, लंच प्रिंस साइज और डिनर जितना कम हो सके उतना कम करना चाहिए। मगर, कुछ लोगों का यह भी मानना है कि शाम 6 बजे के बाद कुछ भी खाने से वेट बढ़ता है, लेकिन यह बात सच नहीं है। इसलिए नियम यह है कि जितना आप खा रही हैं उतनी ही एक्‍सरसाइज करें।

कम खाएं

    ऐसा भी कहा जाता है कि दिन में 6 बार छोटी-छोटी मील का इनटेक करना चाहिए। इसे वेट लॉस करने में मदद मिलती है। मगर रीसेंट स्‍टडी के मुताबिक, जो लोग एक दिन में 3 बार से अधिक खाना खाते हैं वह ज्‍यादा वेट गेन करते हैं।

फैट खाने से फैट बढ़ता है

    फैट मैं प्रति ग्राम 9 कैलोरीज होती हैं वहीं प्रोटीन में प्रति ग्राम 4 कैलोरीज होती हैं। इसलिए जब भी हाई फैट फूड खाएं तो थोड़ा संभल कर खाएं। मगर, इसका मतलब यह बिलकुल भी नहीं है कि आपको अपनी डाइट से फैट को पूरी तरह से कट-ऑफ कर देना चाहिए। आपको फैट, प्रोटीन और कार्ब्‍स की संतुलित मात्रा लेनी चाहिए।

उम्र के साथ बढ़ता है वेट

    ऐसा भी कहा जाता है कि बढ़ती उम्र के साथ वेट भी बढ़ता है। मगर, यह बात भी गलत है। अगर आप लाइफ लॉन्‍ग एक्‍सरसाइज करती हैं, तो 50 से 70 वर्ष की उम्र में भी आपका वजन नहीं बढ़ेगा।

वर्कआउट से पहले स्‍ट्रेच

    वर्कआउट करने से पहले हमेशा बॉडी को स्‍ट्रेच करने को कहा जाता है। मगर, रिसर्च के मुताबिक वर्कआउट करने से पहले स्‍ट्रेचिंग करने की जगह वर्कआउट करने के बाद स्‍ट्रेचिंग करनी चाहिए। इससे मसल्‍स रिलैक्‍स हो जाती हैं।

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